पर्सनल लोन लेते समय आपको किन किन बातों पर ध्यान रखना चाहिए ?
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देश के कई बैंकों का दावा है कि वे आवेदन प्राप्त करने के कुछ सेकेंड के भीतर पर्सनल लोन दे देते हैं.
क्या बैंक आपको पर्सनल लोन (Personal Loan) का आफर दे रहे हैंॽ या किसी खास जरूरत को पूरा करने के लिए आप इसे लेने जा रहे हैंॽ अगर ऐसा है तो आपको पर्सनल लोन (Personal Loan) लेने में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी ह
नोटबंदी के बाद बैंकों और एनबीएफसी के पास पैसों की कमी नहीं रह गई है. इसके चलते पिछले दो साल में पर्सनल लोन (Personal Loan) बांटने की रफ्तार बढ़ी है. कर्ज देने की शर्तें नरम हुई हैं.
लोन क्लीयरेंस की प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने के लिए ..
कर्ज देने की शर्तें नरम हुई हैं. लोन क्लीयरेंस की प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने के लिए बैंक तकनीक का सहारा ले रहे हैं.
कुछ बैंकों का दावा है कि वे आवेदन प्राप्त करने के कुछ सेकेंड के भीतर पर्सनल लोन (Personal Loan) दे देते हैं.
इसके पहले वेतनभोगियों के लिए कर्ज लेना कभी इतना आसान नहीं था.
लेकिन, बैंकों के साथ कोई डील करने से पहले कुछ चीजों को जरूर देख लेना चाहिए. यहां उन्हीं के बारे में बताया जा रहा है.
सावधानी के साथ चुनें बैंक
बैंक और एनबीएफसी ग्राहकों को इन दिनों जमकर पर्सनल लोन (Personal Loan) की पेशकश कर रहे हैं. ज्यादातर दावा करते हैं कि ये कर्ज बहुत कम दरों पर दिए जा रहे हैं
ईमेल या SMS के माध्यम से भी ग्राहकों को इनकी पेशकश की जाती है.
आप पहले ही ऑफर को भुना लेने की भूल न करें. वैसे, अपने ही बैंक के साथ ‘हां’ कहना सुविधाजनक होता है. लेकिन, इससे आप और बेहतर डील का मौका गंवा देते हैं. ‘हां’ करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च कर लें.
देख लें कि सबसे कम ब्याज
दर पर कहां पर्सनल लोन (Personal Loan) उपलब्ध है
उदाहरण के लिए अगर आप तीन साल के लिए 5 लाख रुपये 12 फीसदी पर उधार लेते हैं, तो कुल ब्याज 97,857 रुपये बैठता है. इस तरह प्रति वर्ष औसत ब्याज 32,620 रुपये आता है. इसलिए फ्लैट दर करीब 6.5 फीसदी आती है.
इससे लोन काफी लुभावना दिखाई देता है.
ध्यान रखें कि अगर आप EMI के साथ लोन चुका रहे हैं, तो घटती रकम के साथ ब्याज की गणना होनी चाहिए. फ्लैट रेट आपको लोन (Personal Loan) की वास्तविक कीमत के बारे में नहीं बताता है.
जीरो फीसदी EMI स्कीम के झांसे में न आएं
शून्य फीस
शून्य फीसदी EMI स्कीम बहुत चालाकी से बनाया जाता है. इसकी पेशकश बैंक कंज्यूमर ड्यूरेबल और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स के डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ मिलकर करते हैं.
रिजर्व बैंक ने पर्सनल लोन (Personal Loan) की ऐसी योजनाओं पर शिकंजा कसा है.
यह और बात है कि कुछ बैंक इन्हें अब भी ऑफर कर रहे हैं. वे खरीदार को ब्याज मुक्त लोन की पेशकश करते हैं.
इस तरह के लोन में अक्सर प्रोसेसिंग फीस और फाइल चार्ज बहुत ज्यादा होते हैं. लोग इस बात को महसूस किए बिना इस तरह के लोन के चक्कर में फंस जाते हैं.
अगर आप 2000 रुपये की प्रोसेसिंग फीस देकर छह महीने के लिए 0 फीसदी ब्याज पर 50 हजार रुपये का वॉशिंग मशीन खरीद रहे हैं तो आप ली गई रकम पर 14 फीसदी ब्याज अदा कर रहे हैं
अन्य चार्ज को भी देख लें पर्सनल लोन (Personal Loan) के साथ अक्सर प्रोसेसिंग फीस जुड़ी होती है. लेकिन, कुछ बैंक अन्य शुल्क भी जोड़ देते हैं. लोन लेने के पहले इन चार्जेज को देख लेना चाहिए. पर्सनल लोन (Personal Loan) की लागत
समय से पहले लोन को बंद करने के विकल्प को देखें होम लोन के मामले में अगर आप समय से पहले लोन अदा कर देते हैं तो कोई चार्ज नहीं पड़ता है.
समय से पहले लोन को बंद करने को फोरक्लोजर कहते हैं. हालांकि, अन्य मामलों में फोरक्लोजर पर अब भी प्रीपेमेंट पेनाल्टी लगती है. इस पहलू को देख लेना चाहिए.
कई बैंकों से न करें संपर्क कम ब्याज दर की तलाश में कई बैंकों से संपर्क करना कभी-कभी नुकसानदेह भी साबित हो सकता है. अगर आप कई बैंकों से संपर्क करते हैं तो इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है.