आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है, हमें अपनी समस्या से लड़ने की जरूरत है, मुझे पता है कि यह कहना आसान है, लेकिन करना नहीं।
लेकिन हम सिर्फ सुझाव देते हैं, अपनी समस्याओं और अपनी भावना को अपने करीबी के साथ साझा करें।
जब हम अपनी समस्याओं को किसी एक के साथ साझा नहीं करते हैं और इसे अंदर रखते हैं, तो हमने सोचा कि जब हम अपनी समस्याओं को दूसरे के साथ साझा करते हैं और सोचते हैं कि वे क्या सोचेंगे और क्या कहेंगे।…
आत्महत्या की बड़ी वज़ह डिप्रेशन ही है। आप सभी से विनती है की कभी भी जीवन में कोई ऐसा कदम न उठाये जिससे आपको और आपके अपनों को तकलीफ हो और ऐसी तकलीफ जो की कभी नहीं मिट सकती इसलिए आप अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।
डिप्रेशन
यह हमें एक ऐसी समस्या की तरफ ले जाता है जहाँ हम खुद को अकेला महसूस करते है यह डिप्रेशन की बीमारी की और ले कर जाता है
डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें हम एक ही बात को बार बार सोचते रहते है और परेशानियों को अपने तक ही रखते है नहीं करते।
हमे छोटी छोटी परेशानिया भी बहुत बड़ी लगती है। क्युकी हम उस प्रॉब्लम का solution नहीं ढूंढ पाते सिर्फ प्रोब्लेम्स में ही घिरे रहते है।

डिप्रेशन: जैसी बिमारी से बचे।
- हमे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- अपने करीबी दोस्तों को अपनी परेशानिया बतानी चाहिए।
- व्यायाम करना चाहिए।
- ज़्यादा से ज़्यादा तनाव मुक्त होने के लिए कॉमेडी शोज देखने चाहिए।
- खुद को व्यस्त रखना चाहिए।
- हर बात को पॉजिटिव तरीके से सोचना चाहिए।
- किसी भी परेशानी या कोई ऐसी चीज़ के बारे में न सोचें जो आपको परेशान करें।
- आप अपनी फैमिली या दोस्त के साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त बिताये।
- हमेशा खुश रहे।
यही सब कारण से आप खुद को डिप्रेशन से मुक्त कर सकतें है। क्योंकि जब तक आप अपनी परेशानि दुसरो को बताएंगे नहीं तो solution कैसे सकेंगे।
मैंने अपने विचार साझा किये है। आपको कैसे लगे और आप अपने विचार भी साझा सकतें है।