ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है तथा पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण अथवा आंशिक रूप से चंद्रमा द्वारा आच्छादित होता है।
यानी कि जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए ढक जाता है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहते है।
अगर चंद्रमा पूरी तरह से गोलाकार कक्षा में होता, तो पृथ्वी के थोड़ा करीब और उसी कक्षीय विमान में, हर नए चंद्रमा पर कुल सौर ग्रहण होते।
हालांकि, चूंकि चंद्रमा की कक्षा सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा में 5 डिग्री से अधिक झुकी हुई है, इसलिए इसकी छाया आमतौर पर पृथ्वी को याद करती है।
सूर्य ग्रहण तभी हो सकता है जब चंद्रमा किसी अमावस्या के दौरान ग्रहण ग्रह के करीब हो। दो घटनाओं के संयोग के लिए विशेष परिस्थितियाँ होनी चाहिए क्योंकि चंद्रमा की कक्षा हर कक्षीय महीने (२12.२१२२२० दिन) पर अपने कक्षीय नोड्स पर दो बार ग्रहण करती है जबकि एक नया चंद्रमा हर एक महीने में एक बार होता है (२ ९ .५३०87 ९ 81१ दिन)।
सौर (और चंद्र) ग्रहण इसलिए केवल ग्रहण के दौरान होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम दो, और प्रत्येक वर्ष पांच, सौर ग्रहण होते हैं; दो से अधिक नहीं जो कुल ग्रहण हो सकते हैं।
ग्रहण 21 जून 2020 को सुबह 9:15 – 3:04 दोपहर तक रहेगा।
ज्योतिष में कहा गया है की सूर्य और चंद्र ग्रहण का असर सभी राशियों पर होता है। साथ ही जो लोग सूतक काल और ग्रहण के समय नियमो का पालन नहीं करते है, उन्हें कई प्रकार के कष्ट झेलने होते है।
ऐसे में आपको भी उन् कार्यो को जानना चाहिए जिन सूतक और ग्रहण के समय में करने की मनाही है।
ज्योतिषीय और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,ग्रहण काल में प्रेग्नेंएट महिलाओ को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए,
लेकिन अगर किसी कारणवश आपको घर से बाहर जाना ही है तो इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है की बच्चे या माँ को इससे कोई नुक्सान होगा। इसके वावजूद भी आपका बच्चा स्वस्थ जन्म लेगा।
जैसा की आप सभी जानते है आज सूर्य ग्रहण लगा है। इस दौरान गर्भवती महिलाओ को क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
- ग्रहण के समय घर के अंदर ही रहें और आराम करें।
- ग्रहण काल के दौरान शरीर को ज़्यादा थकाए नहीं।
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाये चाकू, कैंची और सुई धागा प्रयोग न करें।
- ग्रहण में कुछ भी खाने पिने के लिए मना किया जाता है, लेकिन अगर आपसे ऐसा नहीं हो पा रहा हो तो आप बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए कुछ खा सकती है।
- नुकीले चीज़ों का इस्तेमाल न करें।
- माना जाता है की ग्रहण को नंगी आँखों से देखने ओर आँखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है।
- ग्रहण के वक़्त भगवान का नाम लेने के अलावा कोई दूसरा काम न करें।
- गर्भवती महिला को ग्रहण काल में बिना देवी देवता की मूर्ति को स्पर्श किए जाप करना चाहिए।