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Market Gapup and Gap down कैसे पता करें ! Market Gapup and Gap down strategies in Hindi

आप जानेंगे कि कल के दिन शेयर Market Gapup and Gap down कल का मार्केट कितने पॉइंट ऊपर या नीचे खुलने वाला है ! और कल बाजार में ट्रेड करने के लिए क्या स्ट्रेटजी होनी चाहिए !   ताकि आप अधिक से अधिक प्रॉफिट कमा सकें !

क्योंकि आपको जितने ज्यादा तरीकों के बारे में पता होगा !  उतनी ही अच्छे से आप मार्केट के ऊपर (Gapup) या नीचे (Gap down) खुलने का अनुमान लगा पाएंगे और फिर उसी तरफ से ट्रेडिंग कर के आप मार्केट से पैसा कमा पाएंगे !

 चलिए अब उन्हीं तरीकों के बारे में एक-एक करके जान लेते हैं–

1. Buying और selling जोन से पता करें मार्केट gap up होगा या gap down

मार्केट gap up और gap down पता करने का सबसे पहला तरीका है buying और selling जोन देखना. जी हां, बाइंग जोन वह होता है जहां से मार्केट बढ़ना शुरू होती है और सेलिंग जोन वह लेवल है !   जहां से मार्केट गिरना शुरू होती है !

जब आप निफ़्टी, बैंक निफ़्टी या किसी भी स्टॉक का चार्ट देखते हैं !  या फिर जिस भी शेयर या इंडेक्स का gap up या down का पता लगाना चाहते हैं !  तो उसके चार्ट पर बनने वाली कैंडल्स को ध्यान से देखिए ! आपको यह देखना है कि चार्ट पर किस लेवल से मार्केट तेजी से ऊपर गया है ! मतलब उसमें buying हुई है !

ध्यान रखिए:
  • जितना मजबूत buying या selling जोन होगा उतना ही ज्यादा मार्केट गैप अप या गैप डाउन ओपन होगा.
  • इसके लिए आपको चार्ट पर यह देखना होगा कि कहां से मार्केट बार-बार बाउंस बैक हुआ है चाहे वह ऊपर की तरफ हो या नीचे की तरफ. आपको बता दें कि यह स्ट्रेटेजी 80-90% काम करती है !

 

2. AMO orders देख कर पता लगाएं शेयर Market Gapup and Gap down

AMO orders वह ट्रेड होते हैं जो बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस (FII और DII’s) के द्वारा किए जाते हैं !   जोकि 9:15 पर मार्केट खुलने से पहले ही 9:00 बजे के बाद से ही लगना शुरू हो जाते हैं !  इन ऑर्डर को कैलकुलेट करके आप मार्केट के gap up या gap down का पता लगा सकते हैं !

  • मान लीजिए अगर किसी घरेलू निवेशक (DII) या विदेशी निवेशक (FII) ने आज निफ्टी,बैंकनिफ्टी या किसी भी शेयर में बड़ी मात्रा में buying की तो वह इंडेक्स या शेयर 9:15 पर बाजार खुलते ही gap up खुलेगा.
  • इसके विपरीत अगर बड़ी मात्रा में selling हुई है तो मार्केट gap down खुलेगा।

AMO का मतलब है After market orders जो FII या DII जैसे बड़े इन्वेस्टर ही नहीं बल्कि आप और हम जैसे छोटे रिटेल निवेशक भी लगा सकते हैं। येे ऐसे आर्डर होते हैं !  जो आप मार्केट बंद होने के बाद भी लगा सकते हैं !  इसीलिए इनको After market orders कहा जाता है !

 

3. SGX Nifty देखकर Market Gapup and Gap down  पता करें !

जैसा कि मैने ऊपर बताया कि SGX Nifty का परफॉर्मेंस 80-90% इंडियन शेयर मार्केट की तरह ही रहता है क्योंकि निफ्टी भी 18000 के आसपास चल रहा है और sgx nifty भी. इसलिए आप इसको देख कर मार्केट गैप अप या गैप डाउन पता कर सकते हैं !

  • ट्रेडर्स के लिए SGX Nifty इसलिए इंपॉर्टेंट होता है क्योंकि आपको पता है !  कि इंडियन शेयर मार्केट 9:30 से 3:30 बजे तक खुलता है !
  • जबकि sgx nifty 6:30 बजे ही खुल जाती है और रात को 11:30 बजे बंद होती है. मतलब सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज लगभग 16 घंटे खुला रहता है !

तो SGX NIFTY का time इंडियन मार्केट से आगे हैं !  यही कारण है कि ट्रेडर्स 1 या 2 घण्टे पहले सिर्फ सिंगापुर निफ़्टी देख कर ही पता लगा लेते हैं !  कि आज इंडियन मार्केट में gap up opening होगी या gap down.

 Market Gapup and Gap down
Market Gapup and Gap down

 

 

 

4. Dow Jones फ्यूचर देखें

 

अब तक आप SGX NIFTY देखना सीख चुके हैं जिसके द्वारा gap up और gap down ओपनिंग का पता लगा सकते हैं !  लेकिन यह पता चलने के बाद अधिकतर लोग सीधा ही call या put साइड ट्रेड करने लगते हैं जो उनकी सबसे बड़ी गलती होती है !

क्योंकि मान लो sgx nifty जिसका आपको पता चल गया !  कि आज मार्केट gapup ओपन होगा इसलिए आपने call option खरीद लिया लेकिन मार्केट gap up खुलने के कुछ समय बाद ही गिरना शुरू हो गया !  तो ऐसे में यह पता लगाना बहुत जरूरी है !  कि आखिर वह gap up या gap down opening टिकेगी भी या नहीं !

और यह पता करने के लिए आपको dow jones को देखना होगा.
  • जी हां, dow jones अमेरिकन स्टॉक मार्केट का इंडेक्स है जो अमेरिका के शेयर मार्केट की परफॉर्मेंस को दर्शाता है।

हम सब जानते हैं कि अमेरिका की इकॉनमी दुनिया में सबसे मजबूत है और इसीलिए अमेरिकन स्टॉक मार्केट गिरता या बढ़ता है तो उसका असर पूरी दुनिया के शेयर मार्केट पर पड़ता है !

कैसे पता करें कि कौन सा शेयर Market Gapup and Gap down होगा ?

 

कौन सा शेयर गैप अप खुलेगा या गैप डाउन, इसकी यह स्ट्रेटजी केवल उन्हें स्टॉक्स के लिए काम करती है जो F&O में हैं मतलब जो स्टॉक फ्यूचर एंड ऑप्शंस में ट्रेड जाते हैं इस स्ट्रेटजी के द्वारा आप उन्हीं stocks के लिए gap up या gap down opening को predict कर सकते हैं।

देखिए F&O स्टॉक्स के 2 प्राइस होते हैं 1. Spot price और 2. Future price
  • Spot price को cash price भी कहते हैं जो उस शेयर का वह प्राइस होता है जो हम सबको पता होता है लेकिन उसी शेयर का Future price वह प्राइस होता है जो फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में ट्रेड होता है।

आपको बता दें कि शेयरों का future price अधिकतर spot price से ऊपर ही ट्रेड करता है लेकिन जब किसी शेयर का future price उसके spot price से नीचे ट्रेड करने लगे. और नीचे ट्रेड करते हुए ही मार्केट बंद हो जाए तो 90% संभावना है कि कल मार्केट में वह शेयर gap up ओपन होगा।

लेकिन ध्यान रखिए: 

यह स्ट्रेटजी केवल तभी अच्छी तरह काम करेगी जब शेयर का future price उसके spot price से कम से कम 1% या 1% से कायदा नीचे ट्रेड करते हुए मार्केट बंद हो जाए केवल तभी अगले दिन यानी कल मार्केट में वह स्टॉक gap up खुलेगा।

 

इस strategy से gap up and gap down predict करने के लिए आपको इन सभी को बातों ध्यान में रखना चाहिए–

  • यह स्ट्रेटजी केवल फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) stocks के लिए ही काम करेगी !
  • Gap up के लिए future price उसके spot price से नीचे ट्रेड करना चाहिए ! और Gap down के लिए future price उसके spot price से normal से काफी ऊपर ट्रेड करना चाहिए।
  • Future price और spot price के बीच 1% से अधिक अंतर होना चाहिए।
  • शेयर में कोई पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज़ नहीं होनी चाहिए !  और ना ही कोई डिविडेंड, बोनस या share split जैसा कोई corporate action का अनाउंसमेंट होना चाहिए !
  • अगर इस स्ट्रेटजी के द्वारा आज कोई शेयर gap up या gap down खुला है ! तो कल भी उसी शेयर के लिए यह स्ट्रेटजी काम करेगी इसकी संभावना बहुत कम हो जाती है ! मतलब इस strategy के हर दिन रिपीट होने के चांसेस बहुत कम हो जाते हैं !

Market Gapup and Gap down strategies in Hindi

 

  1. मार्केट में आने वाले बड़े न्यूज़ और इवेंट पर नजर रखें जैसे !-  earnings reports, economic data releases या कोई geopolitical developments जिसके द्वारा शेयर मार्केट में ! कोई बड़ा gap up या gap down opening हो सकता है !
  2. इसके अलावा ब्रेकआउट और ब्रेकडाउन चार्ट पेटर्न्स पर नजर रखिये !  क्योंकि अगर निफ़्टी या बैंकनिफ्टी के चार्ट पर कोई ऐसा पैटर्न बनते हुए मार्केट क्लोज हो जाता है !  तो अगले दिन बाजार gap up या down खुलने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाती है !
  3. Pre-market या early market hours के समय ट्रेडिंग वॉल्यूम पर नजर रखें क्योंकि बाजार में volume में जितना ज्यादा होगा उतना ही अधिक gap के साथ मार्केट खुलेगा ! अब वह ऊपर खुलेगा या नीचे यह अन्य कई फैक्टर्स पर डिपेंड करता है !
  4. अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं !  और अगले दिन के लिए अपनी पोजीशन होल्ड करते हैं !  तो अगर अगले दिन आपका ट्रेड आपकी पोजीशन की दिशा के विपरीत gapup या gapdown खुलता है  !
  5. गैप अप या गैप डाउन मार्केट में ट्रेड करते समय किसी भी ट्रेड में एंटर करने से पहले कंफर्मेशन का wait करिए यानी यानी मार्केट को स्थिर होने के बाद ही ट्रेड करें !
  6. इस प्रकार के मार्केट में ट्रेड करते समय अपने Entry और Exit पहले ही प्लान कर लेना चाहिए ! सबसे अच्छा होगा अपने चुनिंदा price levels पर limit order लगा दीजिए
  7. ट्रेडिंग डिसीजन लेते समय आपको यह देखना चाहिए !  कि मार्केट में जो गैप अप या गैप डाउन हुआ है !  उसका मोमेंटम क्या है मतलब इतनी तेजी से प्राइस ऊपर या नीचे गया है !  और उसी के अनुसार अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनानी चाहिए !

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